नये साल में
मैं रोशनी और अँधेरे के बीच से
सारे बिचौलियों को हटा देना चाहता हूँ.
अगर समय मिले
तो मैं जाना चाहता हूँ बंजर खेतों में
और उन्हें
बीजों की साजिश बताना चाहता हूँ.
मैं उन गीतों को गुनगुनाना चाहता हूँ
जिन्हें हमारी स्त्रियाँ
आँचल की गांठ में
बाँधकर छुपाए रखती हैं.
मेरी इच्छा है
कि इस साल एक गौरैया
मेरे घर में अपना घोंसला बनाए.
मैं बादलों के नाम
एक खत भेजना चाहता हूँ
हवाओं के हाथ
जो बेशक धरती का प्रेमपत्र नहीं होगा.
मैं इन्द्रधनुष से कुछ रंग चुराकर
एक नया संयोजन
बनाना चाहता हूँ उनका.
जैसे पीले रंग के साथ लाल को रखकर
एक झण्डा पकड़ाना चाहता हूँ मैं
दुनिया के तमाम उदास लोगों को.
मैं रोशनी और अँधेरे के बीच से
सारे बिचौलियों को हटा देना चाहता हूँ.
अगर समय मिले
तो मैं जाना चाहता हूँ बंजर खेतों में
और उन्हें
बीजों की साजिश बताना चाहता हूँ.
मैं उन गीतों को गुनगुनाना चाहता हूँ
जिन्हें हमारी स्त्रियाँ
आँचल की गांठ में
बाँधकर छुपाए रखती हैं.
मेरी इच्छा है
कि इस साल एक गौरैया
मेरे घर में अपना घोंसला बनाए.
मैं बादलों के नाम
एक खत भेजना चाहता हूँ
हवाओं के हाथ
जो बेशक धरती का प्रेमपत्र नहीं होगा.
मैं इन्द्रधनुष से कुछ रंग चुराकर
एक नया संयोजन
बनाना चाहता हूँ उनका.
जैसे पीले रंग के साथ लाल को रखकर
एक झण्डा पकड़ाना चाहता हूँ मैं
दुनिया के तमाम उदास लोगों को.
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