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Tuesday, 23 October 2012

भूमध्य-रेखा पर

भूमध्य-रेखा पर 
अप्रत्याशित शान्ति होती है.

यहाँ न कोई जमता है
और न कोई पिघलता है.

इसी जगह पर
कविताएँ लिखी जाती हैं
और कथाकार पुरस्कृत होते हैं.

यहीं पर आते हैं भूकम्प
और यहीं से
पृथ्वी को साध लिया जाता है
उसके अक्ष पर.

हालाँकि यहीं पर
दोनों गोलार्धो का दबाव
सबसे अधिक होता है ।

......................................विमलेन्दु

2 comments:

shikha varshney said...

अनोखा ख्याल..बेहद खूबसूरत

vandana gupta said...

बेहद गहन रचना