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Saturday 20 April 2013

'क' और 'ख' की लघुकथा



जिन दिनों '' प्रेम कविताएँ लिख रहा था,
उन दिनों '' प्रेम में डूबा जा रहा था ।

अब '' बहुत मशहूर हो चुका है ।
प्रेम कविताओं से एक पत्नी हुई....
पत्नी से दो बच्चे हुए.......
बीमार पिता शिखर-सम्मान से सम्मानित हुए.......
माता शुगर-थायराइड-माइग्रेन के साथ मुदित हुईं.......
भाई नौकरीशुदा हुए....................

इधर '' प्रेम में डूब गया था ।

उसे भी दो सलोने बच्चे हो सकते थे, अगर एक अदद पत्नी होती ।
बीमार पिता दिवंगत हो गए थे........
और माता कुपित थीं........
भाई कहीं गुमशुदा हो गए थे.......

कई साल बाद '' और '' की मुलाकात हुई.....
तो दोनो मुस्कुराए....।

1 comment:

Onkar said...

दोनों अपने-अपने तरीके से खुश थे