जिन दिनों 'क' प्रेम कविताएँ लिख रहा था,
उन दिनों 'ख' प्रेम में डूबा जा रहा था ।
अब 'क' बहुत मशहूर हो चुका है ।
प्रेम कविताओं से एक पत्नी हुई....
पत्नी से दो बच्चे हुए.......
बीमार पिता शिखर-सम्मान से सम्मानित हुए.......
माता शुगर-थायराइड-माइग्रेन के साथ मुदित हुईं.......
भाई नौकरीशुदा हुए....................
इधर 'ख' प्रेम में डूब गया था ।
उसे भी दो सलोने बच्चे हो सकते थे, अगर एक अदद पत्नी होती ।
बीमार पिता दिवंगत हो गए थे........
और माता कुपित थीं........
भाई कहीं गुमशुदा हो गए थे.......
कई साल बाद 'क' और 'ख' की मुलाकात हुई.....
तो दोनो मुस्कुराए....।
1 comment:
दोनों अपने-अपने तरीके से खुश थे
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